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राहु के कोप से बचने हेतु सटीक उपाय

आजकल बहुतेरे इंसान राहु से पीड़ित है,हजार उपाय करने पर भी उनको आराम या फल प्राप्त नहीं होता हैं।इसकी पीछे कारण होता है उनकी आदतें।अगर आप अपनी गाड़ी में पेट्रोल डाल रहे है और गाड़ी की टंकी में लीकेज है तो सारा पेट्रोल आपका बह जाएगा। इसी प्रकार आपके आदतें है,अगर आप रात को मोबाइल या टीवी से चिपके रहते है और दिन में राहु के उपाय करते है,तो आपका राहु कभी ठीक नहीं होगा।ग्रह हमें अनुसाशन सिखाते है,एक नियम वाली जिंदगी जीना  सिखाते है।

कई बार लोग क्या करते है कि बिना कुंडली क़ो सूक्ष्म रूप से देखे बिना राहु का उपाय शुरू कर देते है। पहले तो वो। ये देखे की उनको क्या समस्या है अगर मानसिक तनाव चल रहा है,तनाव में अकारण रोते है तो समझ जाना चाहिए कि चन्द्र खराब हो चला है और राहु प्रबल।क्यों की राहु सबसे ज्यादा नुकसान सूर्य चन्द्र को पहुंचाता है,चंद्र को पीड़ित करकर बुध का साथ लेकर आपको ये मानसिक तनाव देगा ओर आपके शरीर में स्थित चन्द्र की वस्तु पानी को आंसुओ के रूप में बाहर निकालेगा। अगर इसने सूर्य खराब किया तो हृदय रोग आपको होगा, पिता से मनमुटाव शुरू हो जाएगा,सरकार या बॉस से मनमुटाव शुरू हो जाएगा।

मुख्यतया ज्योतिषी व्यक्ति को राहु खराब बताकर राहु के उपाय बता देते है जबकि उपाय उसका नहीं दूसरे। काकरना है जैसे अगर चन्द्र खराब हो रहा है तो आप चंद्र को बल दीजिए सूर्य खराब हो रहा हो तो आप सूर्य को बल दीजिए राहु को तो ये अपने आप दबा देंगे।

केवल आपकी एक आदत राहु को प्रबल ओर सूर्य चन्द्र को खराब करती है वो है अकारण देर रात्रि तक जागना ओर सुबह देरी से उठना।

जब राहु की वजह से सूर्य खराब होता है तो उसका मित्र और ग्रहों में सेनापति मंगल सूर्य का कार्य करने लगता है और ऑपरेशन करवाकर आपके हृदय रोग में इलाज करवाता है।

सर्वप्रथम कुंडली में देखे कि राहु कहीं आपकी कुंडली में योग कारक तो नहीं है योगकारक होकर वो आपको खराब परिणाम तो नहीं दे रहा हैं।

स्मरण रखे कोई भी ग्रह खराब नहीं होता हमारी आदतें या क्रम ग्रहों को खराब करते है।

अगर फिर भी आपको राहु की महादशा अंतर्दशा या राहु योग कारक होकर खराब परिणाम दे रहा हो तो उसके लिए यहां एक प्रबल उपाय आपको बता रहा हूं।ये उपाय केवल एक बार करना है।राहु कितना भी खराब हो ठीक हो जाएगा लेकिन सबसे पहले अपनी आदतें बदलने की कोशिश करे।जब आप उपाय करते हो तो उपाय के अनुसार आपको फल मिलने लगता है। लेकिन आप अपनी आदतों से उस फल को भी नहीं लेते।जैसे आपको 10 बजे नींद आ रही है आप सोचोगे की आज जल्दी नींद आ रही है।आप बेड पर बैठ जाओगे ओर मोबाइल में लग जाओगे।उपाय के अनुसार,उपाय असर दिखाना शुरू to करेगा लेकिन आप आपने आदत के कारण उसका लाभ नहीं लें पाओगे।

खैर,ये उपाय अगर आप कुंडली के अनुसार, राहु की भावगत स्थिति के अनुसार,उसी वार या नक्षत्र को करेे तो आपको अधिक फल आपको प्राप्त होगा।परंतु जिनके पास कुंडली नहीं है या जनम विवरण नहीं है या जिनको कुंडली समझ में नहीं आती उनके लिए भी ये उपाय शत प्रतिशत फलदाई है।

सर्वप्रथम आप किसी ऐसे शिवालय की तलाश करे,जहाँ शिवजी पर नाग नहीं हो या नाग खंडित हो।प्राथमिकता उस शिव मन्दिर को दे।लेकिन अक्सर हर शिवजी के उपर तांबे का नाग होता है,अगर मन्दिर नहीं मिले ऐसा तो भी कोई बात नहीं, जिस पर पहले से नाग चढ़ा हो उसको बिना उतारे आप अपना उपाय करले।उस शिवलिंग की नाप का एक तांबे का नाग बनवाए, याद रखे रेडीमेड नहीं लाना है, बनवाना है। शिवलिंग सफेद नहीं होना चाहिए काला शिवलिंग होना चाहिए।

नाग बनवाकर शुक्ल पक्ष के बुधवार को दिन में राहु काल के समय यानी दिन में 12 से 1 एक के बीच उस शिव मन्दिर में जाए और शिवजी पर नाग को चढ़ा दें।अगर पहले  से नाग चड़ा रखा हो तो उसको बिना उतारे अपना नाग चढ़ा दे।नाग चडाकर दुग्ध से शिवजी का अभिषेक करे,साथ में ओम नमः शिवाय ओर नाग पर अभिषेक करते समय राहु के मंत्र का जाप करते रहें,उसके बाद साफ जल से दोनों का अभिषेक करे,फिर चन्दन का इत्र को आपको घर से ही नाग के साथ ही लाना है। चंदन के इत्र को नाग के मुंह पर लगा दे उसके बाद एक छोटा सा कपूर का टुकड़ा उस नाग के पास में शिवजी पर रख दे।बचे हुए कपूर के टुकड़े को दिए में रखकर जला दे। वहीं बैठकर 108 बार ओम नम शिवाय का जाप करे 108 बार राहु के मंत्र ओम राम राहवें या अन्य कोई राहु के मंत्र का जाप आप कर सकते है। करना 108 बार ही है उसके बाद सीधे घर आ जाएं।

राहु कितना भी खराब क्यों नहीं चल रहा हो आप कि जन्मकुंडली में,इस उपाय के बाद बिल्कुल ठीक हो जाएगा।
बेहतरीन परिणाम के लिए अपनी कुंडली में राहु की अन्य ग्रहों से युति या जिस भाव में राहु बैठा हो उस राशि के वार को उक्त उपाय करे तो अधिक अच्छे परिणाम प्राप्त होते है

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